1. जब से मिली हैं नज़रें, नींद आँखों से दूर है
हर-पल बेचैन हैं, बेखबर हमारे हूजूर हैं।
वो कहते हैं हमें नींद न आने की बीमारी है
हम कहते हैं ये आपकी निगाहों का कसूर है
२. तेरी बेवफ़ाई ने दिए ज़ख़्म ऐसे
२. तेरी बेवफ़ाई ने दिए ज़ख़्म ऐसे
कि कोई मरहम भी काम न आ सका।
चाह तो बहुत कि भूला दें तुझे,
यह बात और कि भूलाया न जा सका।
5- कातिल हैं तेरी अदाएं, ग़ज़ब ढाये तेरा मुस्कराना।
क़त्लेंआम हो जाएगा सनम, महफिल में न आना।
४- मोहब्बत में कई बार ऐसे लम्हें आते हैं,
जब रातों में जागते हुए भी सपने आते हैं।
दुनिया समझ जाती है कि कुछ गड़बड़ है,
लेकिन वो सबसे बड़े मासूम बन जाते हैं।
३- सच तो यह है कि मोहब्बत भी वो टूटकर करते थे,
बदक़िस्मती हमारी, वो इश्क किसी और से करते थे।
विशेष- ब्लॉग जगत में मेरी पहली पोस्ट
धन्यवाद।
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